Capacitor / Condensor, Capacitor and Capacitance, Main work and use of capacitor, Capacatince depende on, Number of plate, Di-electric thickness, Space between plate, Di-electric constante/strength, Length of plate.
दो कंडक्टर प्लेट के बीच इंसुलेटिंग मैटेरियल डाल दिया जाए और उसमें चार्जिंग तथा डिस्चार्ज की क्रिया हो तो उसे कैपेसिटर या कंडेनसर कहते हैं।
कैपेसिटर में जो कंडक्टर प्रयोग होता है उसे प्लेट कहते हैं जबकि इंसुलेटिंग मैटेरियल को डाई इलेक्ट्रिक के रूप में जाना जाता है सभी डाई इलेक्ट्रिक इंसुलेटर होता है लेकिन सभी इंसुलेटर डाई इलेक्ट्रिक नहीं हो सकता है। यह दो टर्मिनल का कंपोनेंट होता है।
Capacitor / Condensor
Capacitor and Capacitance
कैपेसिटर के द्वारा इलेक्ट्रिकल एनर्जी स्टोर करने की क्षमता कैपेसिटेंस कहलाता है इसे C से सूचित करते हैं और इसका यूनिट Farad होता है।
बेसिक यूनिट Farad होता है लेकिन यह डिफरेंट वैल्यू में उपलब्ध होता है जैसे Mili Farad, Micro Farad, Naino Farad तथा Pico Farad होता है।
एक दूसरे के बीच निम्न संबंध होता है।
Main work and use of capacitor
- यह इलेक्ट्रिकल एनर्जी को स्टोर करता है।
- यह AC को पास करता है तथा DC को ब्लॉक करता है।
- यह फिल्टर सर्किट का काम करता है।
- यह कपलिंग सर्किट का काम करता है।
- यह बाईपास सर्किट का काम करता है जिसके द्वारा अनवांटेड सिग्नल या सप्लाई को पास किया जाता है।
- यह पावर फैक्टर के मान को बढ़ाता है।
- इसके द्वारा लोडिंग इफेक्ट को कम किया जाता है।
- फेज को कंट्रोल करता है।
- यह सप्लाई के करंट को लीड करता है तथा वोल्टेज को लेग करता है।
Capacatince depende on
Number of plate –
अगर कैपेसिटर या कंडेनसर में कंडक्टर प्लेट की संख्या बढ़ा दिया जाए तो कैपेसिटेंस वैल्यू का मन बढ़ जाता है जबकि प्लेट का संख्या घटा दिया जाए तो कैपेसिटेंस वैल्यू घट जाता है।
Di-electric thickness –
अगर कैपेसिटर का डाइलेक्ट्रिक मैटेरियल का मोटाई बढ़ा दिया जाए तो कैपेसिटेंस भैलू घट जाता है जबकि डाई इलेक्ट्रिक मोटाई घटा दे तो कैपेसिटेंस वैल्यू बढ़ जाता है।
Space between plate –
अगर कैपेसिटर में दो प्लेट के बीच के दूरी को बढ़ा दिया जाए तो कैपेसिटेंस भैलू घट जाता है जबकि दोनों प्लेट के बीच की दूरी घटा दिया जाए तो कैपेसिटेंस भैलू बढ़ जाता है।
Di-electric constante/strength –
कैपेसिटर का कैपेसिटेंस डाइलेक्ट्रिक कांस्टेंट या डाइलेक्ट्रिक स्ट्रैंथ के वैल्यू पर निर्भर करता है करण की प्रत्येक डाई इलेक्ट्रिक मैटेरियल का कांस्टेंट/स्ट्रैंथ वैल्यू अलग-अलग होता है।
Length of plate –
अगर प्लेट की लंबाई बढ़ा दिया जाए तो कैपेसिटेंस वैल्यू बढ़ जाता है।
FAQ
1. कैपेसिटर का कैपेसिटेंस किस पर निर्भर करता है?
Ans कैपेसिटर का कैपेसिटेंस डाइलेक्ट्रिक कांस्टेंट या डाइलेक्ट्रिक स्ट्रैंथ के वैल्यू पर निर्भर करता है।
तो दोस्तो उम्मीद है आज आपके Capacitor / Condensor से जुड़े सवालो के जवाब मिल गए होंगे। अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है, तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।
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