Spacel Type Resistor, Light deppendent Resistor ( L.D.R), Voltag deppendent Resistor या Varicstur deppendent Resistor, Thermister and sensistor, Uses of Thermister and sensistor.
हम अपनी आवश्यकता अनुसार अलग-अलग टाइप का रजिस्टर बना करके अपने काम के अनुसार उसे उपयोग में लाते हैं। तो इस प्रकार का जो रजिस्टर होता है। उसे स्पेशल टाइप रजिस्टर के नाम से जानते हैं।
Spacel Type Resistor
Light deppendent Resistor ( L.D.R) :-
वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू लाइट से प्रभावित होता है। लाइट डिपेंडेंट रजिस्टर ( L.D.R ) के नाम से जानते हैं। इसका मुख्य उपयोग सोलर सिस्टम में ऑटोमेटिक स्विच के रूप में किया जाता है। यह सेलेनियम का बना होता है।
Voltag deppendent Resistor या Varicstur deppendent Resistor :-
वैसा रजिस्टर जो सर्किट में वोल्टेज को कंट्रोल करता हो यानी इसका रजिस्टेंस भैलू वोल्टेज से प्रभावित होता है। इसका उपयोग सर्किट में वोल्टेज को कंट्रोल करने में करते हैं। जैसे टीवी, मोटर इत्यादि।
Thermister and sensistor
वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू ताप से प्रभावित होता है। थर्मिस्टर तथा सेंसिस्टर कहलाता है।
थर्मिस्टर पॉजिटिव टेंपरेचर कॉएफिशिएंट (P.T.C) रजिस्टर होता है। यानी जैसे-जैसे हिट का मान बढ़ता है रजिस्टेंस का मान भी बढ़ जाता है। और करंट फ्लो बंद हो जाता है। जिससे सर्किट जलने से बच जाता है। जबकि सेंसिस्टर नेगेटिव टेंपरेचर कॉएफिशिएंट(N.T.C) रजिस्टर होता है। यानी जैसे-जैसे हीट का मान बढ़ता है तो रजिस्टेंस का मान घट जाता है तथा करंट तेजी से फ्लो करता है।
Uses of Thermister and sensistor
इसका मुख्य उपयोग ऑटोमेटिक सर्किट में हीट को कंट्रोल करने के लिए करते हैं। जैसे टीवी। कंप्यूटर इत्यादि।
यह निकल आयरन या निकल ऑक्साइड का बना होता है।
FAQ’s
1. वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू ताप से प्रभावित होता है उसे कहते है?
दोस्तो उम्मीद है आज आपके Spacel Type Resistor से संबंधित सभी प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा। अगर आपके अभी भी कोई सवाल इंजीनियरिंग से जुड़े है, तो आप हमे कमेन्ट करके जरूर बताये।
टेक बासुदेव (Tech Basudeo)से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। 🙂
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Wire Wounde Resistor, Properties of Wire Wounde Resistor, Uses of Wire Wounde Resistor, Types of Wirewound Resistor, Fixed type Wirewound Resistor, Semi Variable Resistor, Rheostat.
वैसा रजिस्टर जो किसी इंसुलेटिंग मैटेरियल पर रेजिस्टेंस वायर को लपेटकर तैयार किया गया हो उसे वायरवाउंड रजिस्टर कहते हैं।
रेजिस्टेंस वायर के रूप में यूरेका का प्रयोग होता है जबकि इंसुलेटिंग मैटेरियल के रूप में चीनी मिट्टी की खोखली नली या पोर्सलिन का प्रयोग होता है।
Wire Wounde Resistor
Properties of Wire Wounde Resistor
Physical size big.
Wateg vallu heigh.
Resistance vallu low.
Current rate heigh.
Voltage rate heigh.
Tolarance minimum. (लगभग 1%)
Uses of Wire Wounde Resistor
इसका मुख्य उपयोग है हाई वोल्टेज सर्किट में करते हैं।
इसका अधिकतर उपयोग ए इलेक्ट्रिकल सर्किट में जैसे फैन रेगुलेटर मोटर इत्यादि में करते हैं।
वैसा वायरवाउंड रजिस्टर जिसका रेजिस्टेंस वैल्यू स्थिर हो इसमें टर्मिनल का संख्या दो होता है।
Uses Fixed type Wirewound Resistor
इसका उपयोग इलेक्ट्रिकल सर्किट में रजिस्टेंस का मान स्थिर रखने में करते हैं जिससे करंट तथा वोल्टेज का मान स्थिर प्राप्त हो।
Tapped type Wirewound Resistor –
वैसा वायरवाउंड रिजिस्टर जिसमें रेजिस्टेंस वायर को टैप्ड कर के अनेक टर्मिनल प्राप्त किया गया हो इसमें दो से अधिक टर्मिनल होता है।
Uses Tapped type Wirewound Resistor
इसका उपयोग फैन रेगुलेटर सर्किट में करते हैं।
Adjustable / Rheostat type Wirewound Resistor –
वैसा वायरवाउंड रजिस्टर जिसके द्वारा पॉइंट से पॉइंट तक रजिस्टेंस के मान को बदला जाए। इसमें मुख्य तीन टर्मिनल होता है तथा इसमें दो टर्मिनल फिक्स तथा तीसरा वेरिएबल होता है। जिसके द्वारा आवश्यकता अनुसार पॉइंट टू पॉइंट रजिस्टेंस के मानकों बदला जाता है।
Rheostat –
यह एडजेस्टेबल टाइप ही वायरवाउंड रजिस्टर जैसा होता है। लेकिन इसका साइज बड़ा होता है जो स्टैंड के सहारे टेबल पर रखा जाता है।
Uses Adjustable / Rheostat type Wirewound Resistor
इसका उपयोग है प्रैक्टिकल लैब में इलेक्ट्रिकल नियम को साबित करने के लिए करते हैं जैसे Ohm’s Law.
Semi Variable Resistor
वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू कम से कम रेंज में वैरी किया जा सके उसे सेमी वेरिएबल रेजिस्टर या प्रीसेट के नाम से जाना जाता है।
इसका साइज बहुत छोटा लगभग बटन के आकार का होता है। इसमें मुख्यतः तीन टर्मिनल होता है दो टर्मिनल फिक्स्ड जबकि तीसरा वेरिएबल होता है। जिसके द्वारा रजिस्टेंस के मान कों बदला जाता है।
Uses of Semi Variable Resistor
इसका उपयोग टेक्नीशियन के द्वारा स्क्रुड्राइवर से वेरिएबल टर्मिनल को वैरी करके रजिस्टेंस के मान को चेंज किया जाता है।
इसका अधिकतर उपयोग इलेक्ट्रॉनिक फील्ड में जैसे रेडियो, टीवी, टेलीफोन इत्यादि सर्किट में करते हैं।
Variable Resistor
वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू अधिक से अधिक रेंज में आवश्यकता अनुसार घटाया या बढ़ाया जा सके उसे वेरिएबल रजिस्टर कहते हैं।
इसमें भी मुक्ता 3 टर्मिनल होता है दो टर्मिनल पिछले जबकि तीसरा वेरिएबल होता है। जैसे Rehostat, Potencometer, Volum control (V.C), Tone control (T.C)
Types of Variable Resistor
Linear Type Variable Resistor –
वैसा वेरिएबल रजिस्टर जिसमें रेजिस्टेंस वैल्यू समान अनुपात या एक समान चेंज होता है। लीनियर टाइप वेरिएबल रजिस्टर कहलाता है जैसे – Rehostat या Sliding type Resistor, Adjustable Wirewound Resistor.
Non Linear Type Variable Resistor –
वैसा वेरिएबल रेजिस्टर जिसमें रजिस्टेंस वैल्यू समान अनुपात या एक समान चेंज ना होता हो, इसका रजिस्टेंस वैल्यू पोटेंशियल या रोटरी एंगल पर निर्भर करता है। जैसे पोटेंशियोमीटर।
Log Type Variable Resistor –
वैसा वेरिएबल रजिस्टर जिसमें दो रजिस्टेंस का मान लॉग पर निर्भर करता है। जैसे वॉल्यूम कंट्रोल(VC), टोन कंट्रोल(T.C)।
Potentio meter variable Resistor –
वैसा वेरिएबल रेजिस्टर जिसमें रजिस्टेंस आवश्यकता अनुसार चेंज किया जा सके यह अधिकांश रोटरी टाइप का होता है। जिसके इंटरनल पार्ट्स में कार्बन मटेरियल का लेयर चढ़ा होता है। जिस पर रोटरी स्विच का आर्म टच करता है। जैसे-जैसे आर्म रोटेट होता है। रोटरी एंगल के अनुसार रजिस्टेंस के मान में चेंजिंग होता है। जैसे V.C, T.C इसे लो वोल्टेज या इलेक्ट्रॉनिक फील्ड में प्रयोग करते हैं।
Rheostat –
यह वेरिएबल स्लाइडिंग टाइप का रजिस्टर होता है। जो रजिस्टेंस वायर से बना होता है। इसका उपयोग इलेक्ट्रिकल फील्ड या हाई वोल्टेज में किया जाता है।
FAQ’s
1. वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू अधिक से अधिक रेंज में आवश्यकता अनुसार घटाया या बढ़ाया जा सके उसे कहते हैं?
Ans वेरिएबल रजिस्टर कहते हैं।
2. वैसा रजिस्टर जिसका रजिस्टेंस वैल्यू कम से कम रेंज में वैरी किया जा सके उसे कहते हैं?
Ans सेमी वेरिएबल रेजिस्टर या प्रीसेट के नाम से जाना जाता है।